लखीमपुर। परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों द्वारा परिवार की सहायता हेतु बनाये गये टीचर्स सेल्फ केयर टीम की मुहिम व्यापक स्तर पर रंग ला रही। हाल में ही टीम से जुड़े शिक्षक स्व0 विनोद के परिवार को टीचर्स सेल्फ केयर टीम के शिक्षकों द्वारा शिक्षक इतिहास में पहली बार रिकार्ड 7 दिन में लगभग 14 लाख रुपये का सहयोग किया गया। ज्ञात हो इसी वर्ष 15अगस्त को प्रयागराज के विवेकानंद और लखीमपुर के शिक्षक सुधेश पाण्डेय ने सरकार द्वारा किसी भी अन्य सुविधाओं के न दिए जाने से व्यथित होकर टीचर्स सेल्फ केयर टीम का निर्माण किया। टीम में बेसिक के कोई भी शिक्षक ऑनलाइन फार्म भरकर जुड़ सकते हैं। फार्म भरते समय यह शपथ लेना होता है कि वह टीम के किसी भी शिक्षक की मृत्यु होने पर टीम द्वारा निर्धारित न्यूनतम सहयोग राशि पीड़ित के परिवार के खाते में अवश्य भेजेगे, ऐसा न करने पर उस शिक्षक की सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी।
टीचर्स सेल्फ केयर के संस्थापक सुधेश पाण्डेय का कहना है हम सेवा भाव से यह कार्य कर रहे हैं और हमारे लिए अनुशासन और पारदर्शिता सबसे महत्वपूर्ण है। किसी भी शिक्षक को टीचर्स सेल्फ केयर से जुड़ने के लिए कोई सदस्यता शुल्क या किसी भी प्रकार की राशि नही देनी है, बस आवश्यकता पड़ने पर सीधे पीड़ित परिवार के खाते में पैसे भेजना होगा जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी। हमने शिक्षकों की सुविधा हेतु वेबसाइट बना ली है और एप भी बनवा रहे हैं। वही संस्थापक विवेकानंद का कहना है कि हम शिक्षकों की समस्याओं के समाधान हेतु सरकार से मांग करते रहेंगे साथ ही टीचर्स सेल्फ केयर टीम दिवंगत शिक्षक को न केवल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराएगी बल्कि उसके परिवार को आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध कराएगी साथ ही पीड़ित के आश्रित को जल्द नौकरी दिलवाने हेतु भी प्रयास करेगी।
बेसिक शिक्षा के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब शिक्षकों ने खुद ही ऐसा प्लेट फॉर्म तैयार किया है जहां बिना किसी पूर्व शुल्क के इतना बड़ा सहयोग प्रदान किया जा रहा। विदित हो कि शिक्षक पूर्व समय से कैशलेश चिकित्सा, ई एल पेंशन आदि की मांग करते आये हैं। किंतु अभी तक ये मांगे पूरी नही की गई है, ऐसे में टीचर्स सेल्फ केयर टीम शिक्षकों के किये संजीवनी बनकर आयी है। टीम के द्वारा अवगत कराया गया कि प्रत्येक जिलो में इस हेतु आईटी सेल का गठन किया गया है जोकि टीम से जुड़े सदस्यो के साथ हुई घटना का स्थलीय परीक्षण करती है एवं शिक्षकों को टीम से जुड़ने में सहयोग प्रदान करती है। टीम से अब तक लगभग 28 हजार से अधिक शिक्षक जुड़ चुके हैं। लखीमपुर से सुधेश पाण्डेय के साथ कमल दीक्षित, अनुराग मिश्र, विनय शुक्ल, ऋतेश मिश्र, वरुण, अम्बरीष, सीतापुर से विवेक मिश्र, महराजगंज से महेंद्र वर्मा, प्रयागराज से विवेकानंद के साथ संजीव रजक, बबिता वर्मा, शाहजहांपुर से विपुल मिश्र, आगरा से अजय ठाकुर, कुशीनगर से अखिलेश मिश्र, प्रशांत एटा से चक्रेश, प्रतापगढ़ से राजेश मौर्य, भदोही से मनोज एवं प्रदेश भर से मनीष,तपेश, विमल ओझा आदि शिक्षक टीम को मुख्य रूप से सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
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