(पंकज कुमार- क्राइम मंडल ब्यूरो)
जनपद सीतापुर के लोग समता सैनिक दल जिला सीतापुर के द्वारा जिलाधिकारी को सौंपा गया ज्ञापन जिसमें हाथरस गैंगरेप पीड़ित बहन मनीषा वाल्मीकि केस में चारों दोषियों को व बलरामपुर गैंगरेप के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा फांसी दिलाने में सरकारी क्षेत्रों में निजी करण पर रोक व उत्तर प्रदेश राज्य के साथ अन्य सभी राज्य में अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ी जाति अल्पसंख्यक समुदाय का लगातार शोषण दमन और उत्पीड़न अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुका है जिस प्रकार हाथरस ने गैंगरेप पीड़िता बहन मनीषा वाल्मीकि केस में चारों दोषियों को बलरामपुर गैंगरेप दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा तथा फांसी देने सुनिश्चित करें पीड़ित परिवार आज आज बहुत ही गंभीर परिस्थितियों से जूझ रहा है उसे तत्काल रुप से एक करोड़ के आर्थिक सहायता देने के साथ-साथ परिवार के किसी भी सदस्य को सरकारी नौकरी भी प्रदान कराई जाए जिससे कि पीड़ित परिवार को थोड़ी बहुत उचित सहानुभूति मिले सरकारी क्षेत्रों में निजीकरण पर रोक लगाते हैं तथा भारतीय संविधान के आधारित भावनाओं को ध्यान में रखते हुए विभिन्न सरकारी उपक्रमों विभागों पर लादे गए असंवैधानिक कानून व नियमों को तत्काल प्रभाव रूप से निष्प प्रभाव किया जाए जिस पे शिक्षा से संबंधित किए गए वायदे खोखले साबित हुए हैं और हमें यह सब बताने की जरूरत नहीं है आज शिक्षा दिन पर दिन महंगी होती चली जा रही है सरकारी स्कूलों व शिक्षा व्यवस्था पर करोड़ों अरबों खर्च किए जाते हैं लेकिन शिक्षा व्यवस्था आज भी जैसे की तैसी बनी हुई है अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों को B.Ed व अन्य कोर्सो के लिए दाखिला जो शून्य फीस पर किया जाता था ऐसे माहौल में जब करोना संकट चल रहा है कब गरीब दिन दुखे शोषित एससी एसटी के छात्रों से 50 से ₹7000 तक शुल्क लेने पर आमादा है प्रदेश की योगी सरकार जानबूझकर एक बार फिर से एससी एसटी के लोगों को शिक्षा से वंचित रखने का षड्यंत्र रचा जा रहा है उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से फटकार लगाई जाए लगाई जाए तथा बेरोजगारों को रोजगार और शिक्षा विरोधी संबंधित सभी नियम व कानून निषप्रभाव किए जाएं
किसान नहीं तो कृषि प्रधान भारत देश में कुछ भी नहीं होगा आज किसान किस परिस्थितियों में है शायद ही कोई न जानता हो जिनके बलबूते आज हम जिंदा हैं पीएम जिंदा है सीएम जिंदा है डीएम जिंदा है लेकिन किसान स्वयं जिंदा नहीं है इसीलिए ऐसी दशा में हम यही मांग करते हैं कि वर्तमान में लागू किए गए सभी कृषि विरोधी विधेयकों को वापस लिया जाए यदि उपरोक्त हाथरस में बलरामपुर गैंगरेप दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा नहीं दी एवं शिक्षा संबंधित रोजगार संबंधी कृषि विरोधी विधेयक को निरस्त नहीं किया गया तथा हमारी एक भी मांग अधूरी रहीं तो भारतीय संविधान के प्रति निष्ठा रखने वाले हम बहुजन समाज के लोग तथा समता सैनिक दल अपनी बटालियन के साथ धरना और विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी सबसे पहले केंद्र सरकार और राज्य सरकार की होगी समता सैनिक दल के उच्च पदाधिकारी सहित तमाम लोग मौजूद रहे
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