(रिपोर्ट - गिरजाशंकर )
लखीमपुर खीरी के ब्लॉक लखीमपुर के ग्राम पंचायत कोढ़ैय्या के मजरा कैमासुर में लगने वाले इंटरलॉकिंग रोड में कई अनियमितताएं देखने को मिली, ना तो पुराना वाला खड़ंजा उखड़ा गया और ना ही सही से मसाला लगाया गया, पूरे इंटरलॉकिंग रोड में पीला ईट का प्रयोग किया जा रहा है। इसी तरीके से 2 महीना पहले कोढ़ैय्या से लेकर कैमासुर तक खडंजे का निर्माण कराया गया, जो पूरा खड़ंजा सही से ना लगे होने के कारण 2 माह भी नहीं चल पाया। यहां तक की खड़ंजा का पूरा पैसा भी अभी तक नहीं निकल पाया है, उससे पहले ही पूरा खड़ंजा टूट कर बर्बाद हो चुका है। यह हाल है हमारे ग्राम पंचायत कोढ़ैय्या के प्रधान जी का जो जेब के आगे यह नहीं देख रहे हैं कि हमारे ठेकेदार और मजदूर काम कैसे कर रहे हैं, इसी तरीके से कैमासुर में रामराज उर्फ गुड्डू के मकान से घनश्याम के मकान तक जो इंटरलॉकिंग का कार्य किया जा रहा है, उसमें रोड के तरफ के दोनों साइड दीवार और रोड में तोड़ने वाली बजडी दोनों कामों में पीला ईट का प्रयोग किया जा रहा है। इस तरीके से मानक विहीन समान का प्रयोग से होने वाले काम समय से पहले जर्जर हो जाते हैं। सबसे पहले कार्यवाही तो भट्ठा मालिकों के ऊपर होनी चाहिए जो एक नंबर ईट का बिल देकर पीला ईट भेज देते हैं। इसमें भट्ठा मालिक भी बराबर के साझेदार होते हैं, जो कमीशन के बिल भी बेचते हैं।
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