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तेज हवा व बारिश के चलते किसानों की धान की फसल हुई प्रभावित



 (रिपोर्ट  - पंकज कुमार क्राइम मंडल ब्यूरो)


 मितौली खीरी । क्षेत्र में गत रात्रि हुई रिमझिम बरसात एवं हवाओं के चलने के कारण किसानों की धान व गन्ने की फसल को काफी क्षति हुई है ।किसानों की धान की 60% फसल तेज हवाओं के कारण जमीन में गिर गई है । खेतों में जलभराव के कारण धान की फसल पूर्णतया नष्ट होने की संभावना है। वही गन्ने की फसल भी जलभराव के कारण जमीन में गिर गई है। मितौली तहसील क्षेत्र के ग्राम कचियानी में गोपाल सिंह की धान की फसल पूर्णतया जमीन में गिर गई है। वहीं कस्ता निवासी ध्रुव कुमार एवं चौधरी गौतम की धान की फसल खेतों में जलभराव एवं हवाओं के कारण खेत में ही गिर गई है ।ऐसा प्रतीत होता है कि किसी व्यक्ति ने खेत में पाटा लगा दिया हो ।ज्ञात हो कि क्षेत्र के किसान प्रमुख रूप से गन्ने का उत्पादन करते हैं। किंतु पिछली बार 0 238 गन्ने की फसल में रेडरॉड़ नामक बीमारी के लगने के कारण लगभग 20% किसानों ने अपने खेतों में गन्ने की फसल न लगाकर धान व गेहूं की  फसल चक्र अपनाकर किया था। किंतु दैवीय आपदा प्रकोप के कारण किसानों की धान की फसल को काफी क्षति हुई है। वही कस्ता लखीमपुर मार्ग स्थित आरके ईट उद्योग लालन पुर तिराहा के समीप धान व गन्ने की फसल जलभराव के कारण पानी में ही गिर गई है। एक तरफ तो किसानों को अपनी फसलों की सिंचाई के लिए आर्थिक लाभ भी पहुंचा था ।किंतु तेज हवाओं के कारण किसानों की फसलों को काफी क्षति हुई है। परगना कस्ता क्षेत्र के किसानों को काफी नुकसान हुआ है एक तरफ तेज गर्मी से आम जनमानस को निजात मिली है। दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्र के गांवों में जल भराव की समस्या उत्पन्न हो गई है ।ज्ञात हो कि कस्ता कस्बे में व मितौली कस्बे में बरसाती पानी की निकास के लिए बनी पुलिया को दबंगों द्वारा तालाब की जमीन पर अधिग्रहण करने के बाद पुलिया को बंद करा दिया गया। जिस कारण कस्ता कस्बे में लगभग बरसाती जल निकास के रास्तों को आम नागरिकों द्वारा अवरुद्ध कर दिया गया। मितौली कस्बे में लोगों के घरों में पानी भर जाने के कारण बीमारी चलने की संभावना है क्योंकि पूरेना तालाब के निकास के नाले के ऊपर दबंगों ने मकान बनाकर नाली को पूरी तरह पाठ  रक्खा है जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है ।वही लगभग मितौली विकासखंड के 20% गांवों में बरसाती जल निकास की व्यवस्था ना होने के कारण मलिन बस्तियों में जलभराव की समस्या बनी हुई है ।जिसका जीता जागता उदाहरण कस्ता कॉलोनी मेंबरसाती पानी नागरिकों के घरों तक भरा हुआ है ।कुल मिलाकर तेज हवाओं के साथ बरसात होने के कारण किसानों को आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है।

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